अमानत में ख़यानत: जमीन का सौदा कर साढे 22 लाख रुपए लिए नहीं कराई रजिस्ट्री,विक्रेता पर केस दर्ज
झूठी शिकायत कर जमीन कारोबारी को परेशान करने का आरोप
पीड़ित ने एसपी ऑफिस में लगाई न्याय की गुहार
शिवपुरी। शहर में कोतवाली थाना क्षेत्र के नौहरीकलां गांव में अमानत में ख़यानत का मामला सामने आया है। यहां एक जमीन कारोबारी ने अपने परिचित से जमीन का सौदा कर उसे जमीन की कीमत 22 लाख 57 हजार रुपए अदा कर दिए। जिसके बाद विक्रेता की नियत में खोट आ गया और उसने जमीन के सौदे के पूरे पैसे लेने के बाद रजिस्ट्री कराने से इंकार कर दिया। पीड़ित ने एग्रीमेंट और गवाहों के आधार पर इसकी शिकायत कोतवाली थाने में दर्ज कराई थी जिस पर पुलिस ने अमानत में खयानत का मामला दर्ज कर लिया था। लेकिन अब इस पूरे मामले में विक्रेता द्वारा पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों से जमीन खरीददार की झूठी शिकायतें की जा रही हैं। जिससे खरीदार मानसिक रूप से प्रताड़ित हो रहा है। पीड़ित ने इसकी शिकायत मंगलवार को एसपी कार्यालय में दर्ज कराते हुए न्याय की गुहार लगाई है।
विक्रेता दे रहा है झूठी केस में फंसाने की धमकी
जानकारी के मुताबिक दीपेश पुत्र हरनाम सिंह रावत निवासी सिंहनिवास ने एसपी कार्यालय में शिकायत दर्ज कराते हुए बताया कि उसने वर्ष 2018 में नौहरीकलां पटवारी हल्का नं. 38 जिला शिवपुरी में चरनदास, भगवानलाल, रतनलाल तीनों भाइयों से 1.29 हेक्टेयर जमीन का सौदा कर अनुबंध कराकर 12 लाख 29 हजार रुपए नगद विक्रेताओं को दिए। जिसके बाद दो भाई चरणदास जाटव व भगवान लाल जाटव ने अपने हिस्से की भूमि की रजिस्ट्री मेरे हित में करा दी लेकिन रतनलाल जाटव द्वारा अनुबंध पत्र के बाद रजिस्ट्री कराने से पहले समय समय 22 लाख 57 हजार रुपए नगद प्राप्त कर लिए। जिसमें इसके हस्ताक्षर व इसके भतीजे के हस्ताक्षर प्राप्ति पर दिये गये। इसके बाद भी रतनलाल जाटव ने मेरे हित में रजिस्ट्री न कराये जाने पर मैंने इसकी शिकायत कोतवाली शिवपुरी में की जिस पर पुलिस ने धारा 406 अमानत में ख़यानत का केस दर्ज कर लिया। जो वर्तमान में न्यायालय में प्रचलित है।
न्याय के लिए 7 साल से कार्यालयों के चक्कर काट रहा है पीड़ित
दीपेश ने बताया कि पिछले 7 साल से वह इस मामले में न्याय के लिए अधिकारियों के दफ्तर के चक्कर काट रहा है लेकिन उसकी सुनवाई नहीं हो रही है। वहीं पुलिस थाने में मामला दर्ज होने और न्यायालय में किस प्रचलित होने के बाद भी आरोपी रतनलाल जाटव उसे और परिवार के सदस्यों को झूठे हरिजन एक्ट व अन्य संगीन अपराध में फंसाने की धमकी देते हुए झूठी शिकायतें कर रहा है। जिससे वह मानसिक रूप से परेशान है। पीड़ित ने एसपी कार्यालय में आवेदन देकर पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार लगाई है।
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