नदी जोड़ो परियोजना अंतर्गत पार्वती-कालीसिंध-चंबल लिंक परियोजना के समझौता निष्पादन पर जिला स्तरीय किसान सम्मेलन !
शिवपुरी, 17 दिसम्बर 2024/ पार्वती-कालीसिंध-चम्बल राष्ट्रीय परियोजना के समझौता निष्पादन के उपलक्ष्य में जिला स्तरीय किसान सम्मेलन का आयोजन किया गया। शिवपुरी में
पुरानी अनाज मण्डी में कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में राजस्थान में आयोजित कार्यक्रम से प्रधानमंत्री के उद्बोधन का लाइव प्रसारण भी किया गया।
यहां शिवपुरी में जिला स्तरीय कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष नेहा यादव, नगर पालिका अध्यक्ष गायत्री शर्मा, भाजपा अध्यक्ष राजू बाथम, पूर्व विधायक एवं राज्य मंत्री दर्जा प्रहलाद भारती,जनपद अध्यक्ष हेमलता रावत, सांसद प्रतिनिधि सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, कलेक्टर रवीन्द्र कुमार चौधरी, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी हिमांशु जैन, पीकेसी परियोजना प्रबंधक गिरीश साहू, जल संसाधन विभाग के कार्यपालन यंत्री बी.के.शर्मा, पत्रकारगण, बड़ी संख्या में जिले के किसान सहित स्वसहायता समूह की महिलाए उपस्थित थीं।
जिला पंचायत अध्यक्ष नेहा यादव ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि इस परियोजना से संबंधित क्षेत्र के किसानों को लाभ प्राप्त होगा। ऐसे किसान जो एक वर्ष में दो बार फसल लेते थे, वह अब तीन बार फसल ले सकेंगे। पार्वती-कालीसिंध-चंबल लिंक परियोजना अन्तर्गत शिवपुरी जिले में 04 बांध सोनपुर बांध, पवा बांध, कटीला बांध एवं नैनागढ़ बैराज के माध्यम से दाबयुक्त पाइप नहर प्रणाली द्वारा सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराई जायेगी। शिवपुरी जिले के 437 ग्रामो के किसानों को 130860 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा प्राप्त होगी जिससे परोक्ष रूप से फसल उत्पादन में 30 से 35 प्रतिशत वृद्धि होगी। इसके साथ-साथ लगभग 7.0 लाख आबादी को पीने योग्य जल की उपलब्धता होगी।
नगर पालिका अध्यक्ष गायत्री शर्मा ने कहा कि इस परियोजना से संबंधित क्षेत्रों का विकास होगा, किसान लाभाविंत होगें, स्थानीय नागरिकों को पेयजल की व्यवस्था भी होगी। भूमि के जल स्तर में भी वृद्धि होगी। उन्होंने कहा कि यह परियोजना ग्रामीण विकास में महत्वपूर्ण योगदान करेगी। यह किसानों को अपनी फसलों को उगाने और आय बढ़ाने में मदद करेगी।
कलेक्टर रवीन्द्र कुमार चौधरी ने परियोजना की जानकारी देते हुए कहा कि जल की उपलब्धता के कारण क्षेत्र का औद्योगिक विकास भी होगा जो कि रोजगार के अवसर प्रदान करेगा। जलाशय एवं अन्य जल निकाय पर्यटको के लिये आकर्षक स्थल होने से ग्रामवासियो को रोजगार के नये अवसर प्राप्त होगे।
जिलाअध्यक्ष राजू बाथम ने कहा कि इस परियोजना के निर्माण एवं संचालन से रोजगार के अवसर प्रदान होगे, जिससे क्षेत्र में आर्थिक समृद्धि एवं रोजगार के लिये पलायन की समस्या का निराकरण होगा। वर्षा जल के संचयन से क्षेत्र के भूजल स्तर में वृद्धि होगी एवं भूजल पुनर्भरण में मदद मिलेगी। इस परियोजना से 437 ग्रामों के किसानों को लाभ प्रदान होगा, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में भी सुधार होगा।
किसान सम्मेलन कार्यक्रम में कृषि विज्ञान केंद्र, पशुपालन,उद्यानिकी, मत्स्य विभाग द्वारा प्रदर्शनी भी लगाई गई जिसमे गांव से आने वाले किसानों को विभागों की योजनाओं के बारे में भी जानकारी दी गई।
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